महाकाल मंदिर के पास बड़ा हादसा, दीवार गिरने से दो की मौत!

मध्यप्रदेश में बड़ा हादसा हुआ है। प्रदेश के उज्जैन के विश्व ​प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में यह हादसा हुआ है। यहां एक दीवार ढह गई जिसके मलबे में कई भक्त दब गए। शहर में तेज बरसात के बीच यह हादसा हुआ। महाकाल मंदिर परिसर में दीवार ढहते ही कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। मलबे में दबे लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में दो भक्तों की मौत हो गई है जबकि कुछ अन्य लोग बुरी तरह घायल हुए हैं।

उज्जैन में शुक्रवार को तेज बारिश के बीच महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार की दीवार गिर गई। मलबे में दबने से कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है, कई लोगों को अस्पताल भी पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर दुख जताया है। कलेक्टर नीरज कुमार ने कहा कि मामले की जांच एसडीएम करेंगे। कांग्रेस ने मांग की है कि दीवार कैसे गिरी, क्यों गिरी, इसकी निष्पक्षता से जांच होना चाहिए।

पानी निकासी नहीं थी, प्रेशर से गिरी दीवार

इस हादसे में बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। दरअसल जो दीवार ढही है, वह 20 साल पुरानी थी। इसी दीवार के पीछे एक और दीवार बनाई गई है। जिसका निर्माण मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने कराया है। दोनों दीवारों के बीच करीब 10 फीट का गैप है। जिसमें बड़ी मात्रा में काली मिट्‌टी को डाला गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का ‎कहना था कि दोपहर से ही यहां‎पानी भरा रहा था।

लगातार बारिश से मिट्टी गीली होती गई। यहां पानी निकासी का कोई इंतजाम भी नहीं था। शुक्रवार शाम को भी जब तेज बारिश हुई तो पानी निकलने की जगह नहीं मिली। प्रेशर बनने से पुरानी दीवार के ऊपर वाला हिस्सा ढह गया। रेस्क्यू टीम ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी बुलवाई। राहत और बचाव कार्य के बाद बाकी बची क्षतिग्रस्त दीवार को भी गिरा दिया गया।

मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 4-4 लाख सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। वहीं घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया।