MP; बैतूल की पटाखा फैक्ट्री में पुलिस का छापा, अनुमति से तीन गुना अधिक मिला बारूद का भंडार!
मध्य प्रदेश के हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट को लोग अभी भूले भी नहीं हैं, और अब बैतूल में भी एक ऐसी ही पटाखा फैक्ट्री पर पुलिस प्रशासन ने छापा मारा है, जहां अवैध तरीके से भारी मात्रा में पटाखे बनाने का काम चल रहा था. मौके से कुल 25 हजार पीस (नग) सुतली बम और 60 किलोग्राम बारूद बरामद हुआ है. पटाखा फैक्ट्री जिस शख्स के नाम पर संचालित है. उसका भाई फैक्ट्री का संचालन कर रहा था. सुरक्षा के नाम पर कुछ टंकियों में पानी भरा हुआ था, यानी अगर कोई हादसा होता, तो हरदा की तरह भारी तबाही निश्चित थी.
बैतूल पुलिस और प्रशासन की टीम ने साईंखेड़ा थानाक्षेत्र के रेहड़वा गांव की एक पटाखा फैक्ट्री पर छापा मारा, तो हालात होश उड़ाने वाले थे. फैक्ट्री में बिहार और उज्जैन के 11 मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें 2 नाबालिग बच्चे शामिल हैं ,जो बिना सुरक्षा किट पहने हाथों से ही बारूद का मसाला तैयार कर रहे थे. 15 किलोग्राम बारूद के भंडारण की अनुमति लेकर 60 किलोग्राम बारूद का स्टॉक किया गया था. कुल 25 हजार पीस (नग) तैयार सुतली बम भी जब्त किए गए. वहीं, बम बनाने के घातक केमिकल लापरवाही से रखे गए थे. यहां जरा सी लापरवाही बड़ी तबाही में तब्दील हो सकती थी.
केवल बारूद का अवैध स्टॉक ही नहीं, बल्कि फैक्ट्री भी अवैध तरीके से संचालित पाई गई. फैक्ट्री का लाइसेंस बैतूल निवासी अनिल दरवाई नाम के शख्स का है, लेकिन अनिल जिले से बाहर रहता है, और फैक्ट्री उसका भाई राजेश दरवाई संचालित कर रहा था. फैक्ट्री में संचालन से जुड़े कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुए. पुलिस ने राजेश दरवाई को मौके से ही गिरफ्तार किया है. निश्चल झारिया (एसपी ,बैतूल) इस मामले पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
आग बुझाने का कोई बंदोबस्त नहीं
सुरक्षा के नाम पर यहां खिलवाड़ हो रहा था. अग्निशमन यंत्र तो दूर की बात है, यहां यो केवल कुछ टंकियों में पानी भरा हुआ था. यानी आपातकाल की स्थिति में आग बुझाने का कोई बंदोबस्त नहीं. वहीं, पुलिस ने ये भी बताया कि पटाखे बैतूल में बनाकर गुजरात और राजस्थान में बेचे जा रहे थे और बारूद हरियाणा से लाया गया था.