उज्जैन; गर्भगृह में सांसद कि एंट्री पर दर्शन व्यवस्था के प्रभारी पर गिरी गाज!

उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे को गर्भगृह में प्रवेश के विवाद में मंदिर समिति की ओर से कार्रवाई की गई है। मंदिर प्रशासन ने शनिवार को जानकारी दी कि दर्शन व्यवस्था के प्रभारी विनोद चौकसे को इस लापरवाही के लिए उनके पद से हटा दिया गया है। साथ ही तीन सुरक्षाकर्मियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना न हो इसके लिए सख्त निर्देश भी जारी किए गए हैं।

दरअसल महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे को गुरुवार शाम महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई थी। इस घटना के बाद से ही विवाद खड़ा हो गया। इसे लेकर कांग्रेस ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा शुरू कर दिया।

कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि जहां एक आम श्रद्धालु को भगवान महाकाल के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है, वहीं वीआईपी लोगों को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति मिल रही है, जबकि इस पर प्रतिबंध है। इस पर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन के जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं है। यह प्रवेश अनधिकृत था और मैंने मंदिर के प्रशासक को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।