उज्जैन; चाईनीज डोर से बाल-बाल बची बुजुर्ग की जान; लगाने पड़े टांके, बड़ी मुश्किल से बची जान!

चायना डोर पर प्रतिबंध के बावजूद शहर में बेखौफ लोग इसका उपयोग कर रहे हैं। इसके चलते गुरुवार सुबह 10 बजे पाटीदार ब्रिज पर 53 वर्षीय बुजुर्ग का चायना डोर से गला कट गया। बुजुर्ग को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। बुजुर्ग के गले में 8 टांके आए हैं व अभी वे बोल भी नहीं पा रहे हैं। यह हादसा उसी जीरो पाइंट ब्रिज पर हुआ है, जहां दो साल पहले चायना डोर से छात्रा नेहा की गला कटने से मौत हुई थी।
कस्तूरी बाग कॉलोनी निवासी बुजुर्ग प्रहलाद मोदे शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। करीब सुबह 10 बजे वे अपने घर से ऑफिस जा रहे थे कि तभी जीरो पाइंट ब्रिज पर अचानक डोर से उनका गला कट गया। इसके बाद लोग उन्हें निजी अस्पताल लेकर गए और उनके परिवार वालों को सूचना दी गई।
बुजुर्ग के बेटे कुंदन मोदे ने बताया कि अस्पताल से सूचना मिलने पर हम जब वहां पुहंचे। पिता को गंभीर चोट लगी थी, जिसके चलते काफी खून बह चुका था। 8 टांके लगे हैं व अभी भी डॉक्टर ने उन्हें बोलने से मना किया है।
बता दें दो साल पहले इसी ब्रिज पर गला कटने से हुई थी छात्रा की मौत इसी ब्रिज पर 15 जनवरी 2022 को चायना डोर से गला कटने से छात्रा नेहा आंजना की मौत हुई थी। नेहा अपनी बहन के साथ दोपहिया वाहन से दशहरा मैदान स्थित गर्ल्स डिग्री कॉलेज जा रही थी, तभी अचानक आई चायना डोर से नेहा का गला कट गया। ज्यादा खून बहने के कारण अस्पताल ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
