पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई पत्नी, दे दी जान!

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मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां गीता नामक एक महिला ने पति के वियोग में आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक इससे पहले भी गीता बाई ने एक बार नहीं बल्कि दो–दो बार अपनी जान देने की कोशिश की थी लेकिन उसे बचा लिया गया था। वहीं, आखिरकार गीता ने तीसरी बार जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

दरअसल, 3 जनवरी को मुकेश को दिल का दौरा पड़ा और उसने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मुकेश की पत्नी गीता उसे इतना प्रेम करती थी कि जब तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ, तब तक वह अपने पति के पास बैठी रही। उसने अपने पति के शव से बात करते हुए कहा था कि तुम चिंता मत करो मैं भी आ रही हूं। लोगों ने समझा कि पति की मौत के चलते गीता की दिमागी हालत ठीक नहीं है। लेकिन अगले ही दिन गीता ने फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया तो उसे किसी तरह बचा लिया गया, फिर गीता ने हाथ की नस काट ली तब भी उसकी मौत नहीं हुई। पति से निभाया वायदा पूरा करने का जुनून गीता पर इस कदर सवार था कि आखिकार उसने जहर खा लिया और इलाज के दौरान शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई।