MP; नीमच में ग्रामीणों ने किया बवाल, 7 घंटे बंधक रही पुलिस, पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने किया लाठीचार्ज!

मध्य प्रदेश के नीमच जिले में मादक पदार्थ तस्करी (एनडीपीएस) के मामले में जांच करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों ने घेर लिया। ग्रामीणों का कहना है पुलिस ने 30 किलो डोडाचूरा की जगह 60 किलो डोडाचूरा का फर्जी केस बनाया है। झूठा केस दर्ज करने का विरोध कर रहे ग्रामीण एसपी अंकित जायसवाल को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। सूचना पर मनासा विधायक अनिरुद्ध मारू और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे, उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। इसी बीच ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया, जेसीबी से गाड़ियों को रास्ता रोक लिया। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर आंसू गैस के गोले छोड़े और पुलिस की गाड़ियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर वहां से निकले।
जानकारी के अनुसार, नीमच जिले की सिंगोली थाना पुलिस ने बीते सोमवार को मनासा थाना क्षेत्र के ग्राम चौकड़ी में रहने वाले नीलेश पिता श्यामलाल (24) को 54 किलो डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच के लिए सिंगोली थाना पुलिस की टीम चौकड़ी गांव पहुंची थी। जैसे ही टीम गांव में घुसी, ग्रामीणों ने पुलिस के वाहनों को घेर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने नीलेश के पास से मात्र 30 किलो डोडाचूरा जब्त किया था, जबकि 54 किलो का फर्जी केस बनाया है। उन्होंने पुलिस पर मादक पदार्थ तस्करी के फर्जी केस बनाकर अवैध वसूली के भी आरोप लगाए।
पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम 4 बजे सिंगोली थाना पुलिस की टीम तीन गाड़ियों के साथ आरोपी नीलेश को लेकर मनासा थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव पहुंची थी। पुलिस टीम के गांव में पहुंचने की सूचना पर ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने पुलिस के वाहनों को घेरना शुरू किया। इसी बीच पुलिस की एक गाड़ी मौका पाकर आरोपी को लेकर मौके से रवाना हो गई, लेकिन दो गाड़ियां घिर गई। इन गाड़ियों में सिंगोली थाना प्रभारी उमेश यादव समेत लगभग 12 पुलिसकर्मी सवार थे। ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ियों के आगे जेसीबी लगा दी और गांव के रास्ते भी बंद कर दिए। वे लगातार एसपी अंकित जायसवाल को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे।
हंगामे की जानकारी मिलने के बाद एएसपी नवलसिंह सिसोदिया, एसडीओपी विमलेश उइके और आसपास के थाना क्षेत्रों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। इधर, मनासा विधानसभा क्षेत्र के विधायक माधव अनिरुद्ध मारू भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया, स्थिति बिगड़ते देख पुलिस की टीम ने रात करीब 10:30 बजे बल प्रयोग कर आंसू गैस के गोले छोड़े और गाड़ियों को ग्रामीणों के चंगुल से निकालकर वहां से रवाना हुए।
