लखनऊ के अधेड़ को उज्जैन की युवती ने हनीट्रैप में फंसाया, दस लाख ठगे!

04_10_2022-honey-trap_23118354_133236560

लखनऊ के एक अधेड़ को उज्जैन की युवती द्वारा हनीट्रैप में फंसाने का मामला सामने आया है। परिचित ने जमीन दिलाने के नाम पर उसे एक महिला से मिलाया। इसके बाद घूमने के बहाने उज्जैन लेकर लाए। फिर होटल के खाने में नशीला पदार्थ देकर उसके महिला के साथ अश्लील वीडियो बना लिए। उन्हें वायरल करने की धमकी देकर करीब 10 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। इतना ही नहीं विरोध करने पर सारे वीडियो अधेड़ की पत्नी को भेज दिए।

पीजीआई के पंचम खेड़ा इलाके में रहने वाले रिटायर्ड सैन्यकर्मी ने पुलिस को बताया कि वह एक जमीन खरीदने के इच्छुक थे। उनके मित्र प्रकाश सिंह बिष्ट ने उनकी मुलाकात महिला मित्र से करवाई। उन लोगों के जरिए पीड़ित ने अपनी मां के नाम पर वर्ष 2017 में जमीन ली थी। रजिस्ट्री में महिला मित्र और उसकी मां आरती गवाह थी। पीड़ित ने बताया कि वर्ष 2020 में उसने प्रकाश के साथ मिलकर एक ग्रॉसरी की दुकान खोली थी। उसकी खरीदारी के लिए वह प्रकाश और उसकी महिला मित्र के साथ कार से सूरत और लुधियाना गए थे। लौटते समय वह लोग उज्जैन भी गए थे।

उज्जैन में नशीला पदार्थ खिलाकर खीचीं आपत्तिजनक फोटो

आरोप है कि आरोपियों ने पीड़ित के खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया, जिससे वह बेसुध हो गए थे। इसके बाद प्रकाश ने अपनी महिला मित्र के साथ मिलकर पीड़ित के साथ आपत्तिजनक फोटो खींच ली थीं। इसके बाद आरोपियों ने उसको ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। लाखों रुपये वसूलने के साथ ही आरोपियों ने रजिस्ट्री की रकम और ग्रॉसरी बाजार के रुपये भी हड़प लिए। यही नहीं वर्ष 2022 में पीड़ित को पता चला कि जिस फूलपति से रजिस्ट्री करवाई गई थी, वह महिला मित्र की नानी है। असली फूलमती की अप्रैल 2010 में कमांड अस्पताल में मौत हुई थी। आरोप है कि फर्जीवाड़े का विरोध करने पर आरोपियों ने कमरे में बंद कर पीटा और धमकाया।

पुलिस ने नहीं सुना, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट

पीड़ित का दावा है कि उन्हें लगातार ब्लैकमेल कर प्रकाश की महिला मित्र 10 लाख रुपये और मांग रही है। रुपये न देने पर आरोपियों ने पीड़ित की पत्नी को उसकी आपत्तिजनक फोटो वॉट्सऐप कर दी। पीड़ित ने पूर्व में इस संबंध में पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर उसने कोर्ट में गुहार लगाई थी। अब कोर्ट के आदेश पर पीजीआई पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर पीजीआई रविशंकर त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।