MP में ED के छापे के बाद कंपनी की मालकिन पायल मोदी ने खा लिया जहर, पढ़ें पूरी खबर!

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भोपाल; जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर किशन मोदी की पत्नी पायल मोदी ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है। घटना के बाद पायल मोदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।गौरतलब है कि ईडी ने उनकी कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसके बाद गुरुवार को पायल मोदी ने अपने शाहपुरा बी-सेक्टर स्थित घर में जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। पायल ने सुसाइड नोट भी लिखा है। नोट में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।

पुलिस इसी सुसाइड नोट के संबंध में उनके बयान लेने अस्पताल पहुंची तो चिकित्सकों ने बताया कि अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस का कहना है कि बयान होने के बाद ही सुसाइड नोट की जांच शुरू की जाएगी। दरअसल, ईडी की टीम ने 29 जनवरी को छापा मारा था।  यह कंपनी डेयरी प्रोडक्ट्स बनाती है, जो एक्सपोर्ट भी होते हैं। ईडी ने कंपनी के भोपाल, मुरैना, सीहोर सहित अन्य ठिकानों पर भी रेड डाली थी। 30 जनवरी को भी ईडी ने कारोबारी के ठिकानों पर सर्चिग कर 72 करोड़ 50 लाख की संपत्ति का खुलासा किया गया था।

चिराग पासवान का लिया नाम

सुसाइड नोट में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से जुड़े कुछ लोगों के नाम हैं। इन लोगों को सुसाइड के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। सुसाइड नोट में पायल ने लिखा है, ‘चंद्रप्रकाश पांडे और उनके भाई लोजपा नेता वेदप्रकाश पांडे ने हमारी कंपनी में चोरी की थी। उनके खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था, लेकिन राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर दोनों भाई बच गए। इसका बदला लेने के लिए लोजपा नेता हमारी कंपनी पर ईओडब्ल्यू, एफएसएसएआई, सीजीएसटी और ईडी से कार्रवाई करवा रहे हैं।’ सुसाइड नोट में सुनील त्रिपाठी, भगवान सिंह मेवाड़ा और हितेश पंजाबी का नाम भी लिखा है।

पति को जान से मारने की धमकी

पायल ने ये भी लिखा कि उनके पति किशन मोदी को जान से मारने की धमकी भी मिली है। मेरे पास तीन छोटे बच्चों को छोड़कर खुदकुशी करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। वहीं, चूनाभट्टी थाना प्रभारी भूपेंदर कौर संधू ने बताया कि पायल और उनके रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए जाएंगे।

ईडी की कार्रवाई

बता दें कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत भोपाल में कंपनी के संचालक किशन मोदी, पायल मोदी और अमित कुकलोद के आवासीय परिसरों के साथ ही सीहोर और मुरैना में कंपनी परिसरों समेत छह जगहों पर बुधवार को छापा मारा था।

ईडी ने जब्त की करोड़ों की राशि

ईडी ने ये कार्रवाई कंपनी के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में दर्ज एफआईआर और आरोप पत्र के आधार पर की। पूर्व में हुई जांच में पता चला कि कंपनी अपने निदेशकों के जरिए जाली लैब प्रमाण पत्रों का उपयोग करके घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलावटी दूध उत्पादों के उत्पादन और आपूर्ति कर रही थी।

यह भी सामने आया कि कंपनी ने मिलावटी दूध उत्पाद बनाए और निर्यात निरीक्षण एजेंसी (ईआईए) इंदौर से निर्यात प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए बीआइएस व एनएबीएल मान्यता प्राप्त लैबों द्वारा जारी किए गए फर्जी लैब प्रमाणपत्रों का उपयोग किया। इनका उपयोग मिलावटी दूध उत्पादों के निर्यात के लिए किया गया।