नीमच में दिनदहाड़े CEO का अपहरण, पुलिस ने घेराबंदी कर छुड़ाया!

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हिरासत में पकड़े गये आरोपी

मध्य प्रदेश के नीमच जिले में जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे के दिन दहाड़े हुए अपहरण से सनसनी फैल गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तुरंत एक्टिव हुई और उज्जैन जिले के नागदा से सीईओ आकाश धारवे सुरक्षित छुड़वा लिया गया. लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि इस मामले में एक स्थानीय तहसीलदार और पांच स्थानीय पटवारी के अलावा एक लड़की भी शामिल थी, जबकि सीईओ के अपहरण के मामले में कुल 13 लोगों पर केस दर्ज हुआ है.

दरअसल, नीमच जिले के जावद जनपद में पदस्थ सीईओ आकाश धारवे जब अपने घर से भाई के साथ बाइक पर जा रहे थे, तभी गोमाबाई रोड़ पर एक काले रंग की स्कॉर्पियो तेजी से आई और उन्हें रोक लिया, कार में से 5 से 6 लोग उतरे और धारवे को बाइक से खींचकर स्कॉर्पियो में बैठा लिया और तेज रफ्तार से भाग निकले. साथ में एक और कार थी उसमें भी चार से पांच लोग सवार थे. लिहाजा आकाश के भाई ने तुरंत ही मामले की जानकारी पुलिस को दी, जैसे ही जनपद सीईओ के अहपरण की बात सामने आई तो हड़कंप मच गया. लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी तुरंत ही एक्टिव हो गई.

सूचना मिलते ही नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने तुरंत एक्शन लिया और संदिग्ध स्कॉर्पियो की सूचना मंदसौर से उज्जैन पुलिस तक फैलाकर नाकाबंदी करवाई. साथ ही नीमच केंट टीआई के साथ एक पुलिस टीम को सीईओ का अपहरण करने वालों के पीछे लगाया. आखिरकार संदिग्ध कार नागदा पहुंची तो वहां पुलिस अलर्ट मोड पर थी, पुलिस ने दोनों वाहनों को घेर लिया और तत्काल जनपद सीईओ आकाश धरावे को छुड़ा लिया. जबकि आरोपियों को हिरासत में लिया.

एक तहसीलदार और 5 पटवारी शामिल थे 

जनपद सीईओ के अपहरण मामले में जब पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ, क्योंकि इस मामले में एक तहसीलदार, पांच पटवारी और एक लड़की शामिल थी. नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि सीईओ आकाश के अपहरण का कारण प्रेम प्रसंग पता चला है, जिसके चलते ही उसका अपहरण हुआ था. फिलहाल इस मामले में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनसे पूछताछ चल रही है.