छत्तीसगढ़: निकाय चुनाव में खिला ‘कमल’, BJP की आंधी में कांग्रेस का सूपड़ा साफ

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छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा की चली आंधी में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। भाजपा ने राज्य के कुल 14 नगर निगमों में से 10 निगमों में कांग्रेस को खाता खोलने का मौका तक नहीं दिया। सभी 10 महापौर पद पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है।साल 2019 में हुए निगम चुनाव में इन दसों निगमों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। रायपुर नगर निगम में भाजपा ने 15 वर्षों का वनवास समाप्त कर सबसे बड़ी जीत हासिल की है। यहां भाजपा की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे को 1,53,290 वोट से मात दी है।

दुर्ग, कोरबा, धमतरी, राजनांदगांव, बिलासपुर, जगदलपुर, अंबिकापुर, रायगढ़, चिरमिरी नगर निगम में भी कमल खिला है। वहीं, 49 नगपालिका परिषदों में से 35 पर भाजपा के प्रत्याशी विजयी हुए हैं। आठ पर कांग्रेस, एक पर आम आदमी पार्टी और पांच पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। 114 नगर पंचायतों में भाजपा के 81, कांग्रेस के 22, बसपा के एक और दस निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुए।पूर्व मुख्यमंत्री बघेल नहीं बचा पाए पाटन

भाजपा की सुनामी में कांग्रेस के कई गढ़ ढहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गढ़ माने जाने वाले पाटन की है। पाटन नगर पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा के योगेश निक्की भाले ने 600 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है।

पाटन नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मी नारायण पटेल की नामांकन रैली में भूपेश बघेल शामिल हुए थे। वार्डों में भी भाजपा का दबदबा है। 15 वार्डों में भाजपा को आठ तथा कांग्रेस को सात सीटें मिली है।

क्या बोले सीएम और कांग्रेस के नेता?

छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि मतदाताओं ने पीएम मोदी की गांरटी और अटल विश्वास पत्र पर विश्वास किया है। जनता से किए वादों को शत-प्रतिशत पूरा किया जाएगा। वहीं कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में जिसकी सरकार रहती है, अधिकतर उनके ही महापौर जीतते हैं। सरकार और निगम में काम कराने के उद्देश्य से लोगों ने मतदान किया है।