MP; प्रशासन ने खड़ी फसल पर चला दिया ट्रैक्टर तो खेत में ही बेहोश हुआ किसान!

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में एक किसान की दिन-रात की कड़ी मेहनत पर प्रशासन ने ट्रैक्टर चलाया तो वो उसे देख नहीं पाया। खून-पसीना एक करके 30 बीघा जमीन पर खड़ी फसल पर जब ट्रैक्टर चला तो किसान बेहोश होकर गिर गया। पास में बैठी पत्नी किसान का हाथ पकड़ रोती रही और प्रशासन से फसल पर ट्रैक्टर न चलाने की गिड़गिड़ाकर मिन्नतें करती रही, लेकिन फसल नष्ट करने पहुंची प्रशासनिक टीम ने उनकी एक न सुनी। इस मामले का एक वीडियो सामने आया है, जिसके बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
30 बीघा फसल पर ट्रैक्टर चलने का वीडियो भी वायरल हो गया। इसपर मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए कहा- मोहन के अराजक राज में किसानों के दमन और शोषण के अलावा और कुछ नहीं हो रहा है! सिरोंज में मूलचंद नाम के किसान की खड़ी फसल पर प्रशासन ने ट्रैक्टर चला दिया। किसान बेहोश हो गया, पत्नी रोती रही पर प्रशासन को दया नहीं आई! बीजेपी सरकार में किसान खून के आंसू रोने को मजबूर है!
प्रशासन और पीड़ित के अपने-अपने दावे
बता दें कि, विदिशा जिले की सिरोंज तहसील के केतन डैम इलाके में 30 बीघा जमीन पर खड़ी फसल को प्रशासन ने ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। प्रशासन का कहना है कि जमीन पर अतिक्रमण किया गया था। प्रासन की ओर से दो साल पहले पट्टे निरस्त कर दिए गए थे, लेकिन किसान का दावा है कि उसने अक्टूबर में इस जमीन का अर्थदंड जमा किया था। इसकी रसीद भी उसके पास है। बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारी ट्रैक्टर चलाकर उसकी खड़ी फसल नष्ट कर गए।
जब तक होश आया तब तक नष्ट हो चुकी थी फसल
वीरपुर गांव के पीड़ित किसान मूलचंद का कहना है कि जब मैंने अपनी मेहनत की फसल पर ट्रैक्टर चलते देखा तो मैं इसे सहन नहीं कर सका। मुझे अटैक आ गया, जिसके चलते मैं बेहोश हो गया और जब तक होश में आया, तब तक अधिकारियों ने मेरी फसल नष्ट कर दी थी।
अन्य किसानों में आक्रोश
किसान की फसल पर ट्रैक्टर चलने के बाद स्थानीय किसानों में भी प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश देखने क मिल रहा है। मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री सुरेंद्र रघुवंशी ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार से पीड़ित किसान की फोन पर बात कराई और इस मुद्दे को प्रदेश स्तर पर उठाने का भरोसा दिलाया है।
