उज्जैन; मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा ‘वीर भारत संग्रहालय’ का हुआ शिलान्यास!

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने उज्जैन में ‘वीर भारत संग्रहालय’ की आधारशिला रखी. यह संग्रहालय 2028 तक ऐतिहासिक कोठी महल में 20 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हो जाएगा.

इस दौरान मोहन यादव ने कहा कि संग्रहालय भारत की महान विभूतियों की वीरता और प्रतिभा को प्रदर्शित करेगा और देश की परंपराओं, दर्शन और मूल्यों को प्रतिबिंबित करेगा. उन्होंने उज्जैन के प्राचीन इतिहास और हर युग में इसके महत्व पर भी प्रकाश डाला. मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य संग्रहालय को राष्ट्र के सभी सकारात्मक पहलुओं का प्रतिनिधित्व करने वाला बनाना है.”

सिंहस्थ 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य

इस वीर भारत संग्रहालय को बनाने का विचार मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किया गया था, जिसके बाद उज्जैन के विधायकों और मध्य प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुसार इसे सिंहस्थ 2028 तक पूरा किया जाना है. 136 साल पुराने कोठी महल में इस संग्रहालय को तैयार करने का काम उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड को दिया गया है. वहीं संग्रहालय के लिए जरूरी रिसर्च, डिजाइन और अन्य कार्य वीर भारत न्यास संस्कृति विभाग करेगा.

उज्जैन के कोठी पैलेस स्थित वीर भारत संग्रहालय में देश-विदेश से आने वाले पर्यटक संग्रहालय में पूर्व वैदिक, वैदिक, उत्तर वैदिक, रामायण-महाभारत काल, विक्रमादित्य युग, मध्य युग व भारत भूमि पर जन्में तेजस्वी नायकों, दार्शनिकों, ऋषियों, संतों, मनीषियों, चिंतकों, कवियों, लेखकों, कलाकारों व वैज्ञानिकों का पूरा इतिहास एक छत के नीचे देख सकेंगे. धार्मिक दृष्टि से यहां सृष्टि रचित ब्रह्मा से लेकर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और उनके वंशजों तक की पूरी जानकारियां उपलब्ध होंगी.