बनासकांठा में जान गंवाने वाले MP के सभी मजदूरों की एक साथ जली चिताएं, CM ने किया आर्थिक सहायता का एलान!

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गुजरात के बनासकांठा के डीसा स्थित पटाखा फैक्टरी में हुए हादसे में जान गवाने वाले मध्य प्रदेश के हरदा और देवास जिले के सभी 18 लोगों के शव गुरुवार सुबह संदलपुर गांव लाए गए। इसके बाद नेमावर स्थित नर्मदा नदी के तट पर सभी का अंतिम संस्कार किया गया। मृतकों में 9 लोग संदलपुर के रहने वाले हैं, जबकि एक युवक खातेगांव का रहने वाला था। जबकि, शेष 8 शव हरदा के हैं। हादसे के शिकार सभी का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया।

नेमावर में स्थित नर्मदा के तट पर सभी का अंतिम संस्कार किया गया। अंत्येष्टि में सांसद प्रतिनिधि कमल पटेल, हरदा के विधायक आर.के दोगने, खातेगांव के विधायक आशीष शर्मा, मृतकों के परिजन के साथ-साथ दोनों जिलों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इस हादसे में MP सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को ₹2-2 लाख तथा घायल श्रमिकों को ₹50-50 हजार की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

एमवाय अस्पताल में रखे गए थे शव

शव लेने के लिए बुधवार सुबह खातेगांव के प्रशासनिक अधिकारियों की टीम डीसा पहुंची थी। कागजी खानापूर्ति के बाद सुबह करीब 8.30 बजे 6 एम्बुलेंस में 10 शव को लेकर अधिकारी खातेगांव के लिए रवाना हुए। रास्ते में अधिक ट्रैफिक और लंबी दूरी होने के कारण शव का शाम तक खातेगांव व संदलपुर पहुंचना मुश्किल था। इसके चलते परिजन ने सूर्यास्त के बाद अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। ऐसे में सभी शवों को रात में इंदौर के एमवाय अस्पताल की मर्चूरी में रखवा दिया गया था। अब सूर्योदय होते ही सभी शव संदलपुर और खातेगांव लाए गए। यहां एक दिन पहले से ही अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी थी, जिसके चलते नेमावर में तत्काल ही सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।