MP Board Result: 10वीं-12वीं में बेटियों ने मारी बाजी, प्रज्ञा और प्रियल ने किया टॉप, CM ने दी बधाई!

मध्यप्रदेश बोर्ड परीक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए 6 मई का दिन खास रहा। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 10वीं-12वीं परीक्षा के रिजल्ट जारी किए। इन परीक्षा परिणामों में बेटियों ने बाजी मार ली। इस मौके पर सीएम डॉ. यादव ने कहा कि मैं गौरवान्वित हूं। आज मन गदगद है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 10वीं ओर 12वीं में फिर बेटियों ने बाजी मारी है। बेटियां हमारा, मान, सम्मान और गौरव बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बार पिछले 15 सालों का रिकॉर्ड टूटा है। सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल ने 10वीं में टॉप किया है। उन्हें 500 में से 500 नंबर मिले हैं। इसी तरह 12वीं में प्रियल द्विवेदी ने टॉप किया है। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से बेहतर रहा। परीक्षा परिणाम में नरसिंहपुर पहले और मंडला दूसरे स्थान पर है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी बधाई
सीएम ने कहा कि इस बार के परीक्षा परिणाम में जो बदलाव आया उसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बहुत-बहुत बधाई। हमने इस बार शिक्षकों की अटैचमेंट खत्म किया और उनके मूल काम शिक्षण में लगाया। सीएम ने आगे कहा कि स्कूलों में बेहतर वातावरण छात्रों को मिले इस दिशा में भी सरकार ने काम किया । इस बार सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आया है। इससे साबित होता है कि सरकारी स्कूल किसी से कम नहीं है।
ड्रेस और किताबें सत्र शुरू होने से पहले दिया जाएगा
हालांकि प्राइवेट स्कूल भी सरकार से की मान्यता प्राप्त स्कूल है, जिन बच्चों को वहां पढ़ना है वहां पर पढ़ सकते हैं। सरकार ने इस साल से तय किया है कि जो सुविधा उनको बाद में मिलती थी वह पहले मिले जिस तरीके से इस बार हमने ड्रेस और किताबें सत्र शुरू होने के पहले ही दे दिया।
17 जून को होगी दूसरी बार परीक्षा
बता दें कि 10वीं 12वीं के रिजल्ट जारी होने से जहां छात्रों को राहत मिली है। तो वही कुछ छात्रों के परीक्षा में पास नहीं होने के चलते निराशा है। जिसको देखते हुए सीएम मोहन ने छात्रों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए दोबारा परीक्षा कराने का एलान किया है। यह परीक्षा 17 जून से मध्य प्रदेश में होगी। इसमें फेल होने वाले तो शामिल होंगे। साथ ही में यदि कोई अपना रिजल्ट का इंप्रूवमेंट करना चाहता है तो वह भी परीक्षा में बैठ सकता है। देश में मध्य प्रदेश यह प्रयोग करने वाला तीसरा राज्य बन गया है।
