इंदौर; युद्ध जैसे हालात में सभी आयोजनों पर प्रतिबंध, पुलिस ने जारी किया सख्त आदेश!

मध्य प्रदेश में युद्ध का साया मंडरा रहा है! भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद मध्य प्रदेश सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। गृह विभाग ने सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं, और उन्हें युद्ध जैसी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इंदौर में तो हालात और सख्त हैं-यहां धारा 163 (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023) के तहत सभी धार्मिक, सामाजिक, और राजनीतिक आयोजनों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
इस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर धारा 223 (भारतीय न्याय संहिता, 2023) के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। सायरन की गूंज, ब्लैकआउट की तैयारियां, और सड़कों पर सन्नाटा-मध्य प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण है। आइए, इस रोमांचक और गंभीर खबर की गहराई में उतरते हैं, जहां मध्य प्रदेश ने देश की सुरक्षा के लिए कमर कस ली है!
मध्य प्रदेश में अलर्ट मोड, पुलिस की छुट्टियां रद्द मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने 7 मई 2025 को एक आपातकालीन आदेश जारी किया, जिसमें सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गईं। आदेश में कहा गया कि “भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात को देखते हुए पुलिस को हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा।” केवल विशेष परिस्थितियों, जैसे गंभीर बीमारी या पारिवारिक आपदा, में ही सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी से छुट्टी दी जाएगी।
भोपाल के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह कदम एहतियाती है। मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और किसी भी संभावित गड़बड़ी को रोकना हमारी प्राथमिकता है।” पुलिस को न केवल आंतरिक सुरक्षा, बल्कि संभावित बाहरी खतरों, जैसे आतंकी गतिविधियों या साइबर हमलों, के लिए भी तैयार रहने को कहा गया है।
