उज्जैन मंडी में किसानों ने फ्री में बांटी प्याज, जानिए वजह!

उज्जैन में इन दिनों किसान प्याज की फसल के सही दाम न मिलने से काफी परेशान हैं। किसान फसल को लेकर मंडी तो आ रहे हैं, लेकिन यहां इसके दाम एक से दो रुपए प्रति किलो मिल रहे हैं। इससे गुस्साए किसानों ने अनोखा प्रदर्शन करते हुए करीब 50 क्विंटल प्याज निशुल्क बांट दिया। साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने समर्थन मूल्य पर प्याज की खरीदी शुरू नहीं की तो किसानों को आत्मघाती कदम उठाने पड़ सकते हैं।
पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश ने प्याज की फसल बर्बाद कर दी है। एक ओर किसानों को खेतों में फसल खराब होने से बड़ा नुकसान हुआ है, तो वहीं मंडी में भी इन फसलों के दाम मात्र एक से दो रुपए प्रति किलो मिल रहे हैं। स्थिति ऐसी बन चुकी है कि किसानों को फसल मंडी तक लाने का किराया भी नहीं निकल रहा है। इसी बात से नाराज होकर संयुक्त कृषक संगठन ने कृषि उपज मंडी में विरोध प्रदर्शन करते हुए निशुल्क प्याज का वितरण किया और सरकार से 24 रुपए प्रति किलो की दर से प्याज खरीदी की मांग की।
संयुक्त कृषक संगठन के जिला अध्यक्ष संदीप पाटीदार ने बताया कि मंडी में 1 से 2 रुपए प्रति किलो के दाम पर प्याज की खरीदी की जा रही है, जबकि इसकी पैदावार की लागत लगभग 12 से 15 रुपए प्रति किलो है। प्याज के उचित दाम न मिलने पर मजबूर होकर किसानों को अपनी फसल निशुल्क बांटना पड़ रही है। उन्होंने बताया कि संयुक्त कृषक संगठन प्रदेश स्तर का संगठन है। अभी उज्जैन में यह प्रदर्शन किया गया है, लेकिन आने वाले दिनों में पूरे जिले भर में ऐसे प्रदर्शन किए जाएंगे। सरकार को किसानों की मजबूरी समझनी चाहिए और जल्द से जल्द प्याज की खरीदी समर्थन मूल्य पर शुरू करनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो हम पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेंगे।
