सोमवती अमावस्या पर उज्जैन के रामघाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ लेकिन स्नान पर लगी रोक!

उज्जैन; सोमवती अमावस्या के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन में शिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान के लिए पहुंचे। हालाँकि शिप्रा नदी का जल स्तर बढऩे के कारण किसी भी श्रद्धालु को घाट पर स्नान के लिए नही जाने दिया। शिप्रा घाट की ओर जाने वाले रास्ते में बेरिकेट्स लगाकर यहां पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई है। वहीं सोमतीर्थ स्थित सोमकुंड में फव्वारें लगाकर पर्व स्नान कराया गया।

मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवती अमावस्या के विशेष अवसर पर भक्तों की भीड़ देखने को मिली। वहीं लगातार हो रही बारिश के कारण शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। इसी वजह से प्रशासन ने श्रद्धालुओं के घाटों पर स्नान करने से रोक लगा दी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने सोमकुंड में फव्वारे से स्नान की व्यवस्था की है।

सोमेश्वर महादेव के दर्शन का विधान

सोमवती अमावस्या पर सोमतीर्थ स्थित सोमकुंड में स्नान तथा इसके उपरांत श्री सोमेश्वर-जलपेश्वर महादेव के दर्शन व पूजन का विधान है। मान्यता है इससे मनुष्य के जन्म पत्रिका में मौजूद चंद्रमा के दोष समाप्त होते है। साथ ही अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान, पूजन के बाद बाहर बैठे भीक्षुकों को दान-पुण्य किया।

भगवान महाकाल की सवारी के दर्शन करेंगे श्रद्धालु

इस बार भादो महिने के दूसरे सोमवार को अमावस्या के संयोग पर शिप्रा स्नान आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल की सवारी के दर्शन का लाभ भी मिल जाएगा। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की यही भावना होती है कि शिप्रा स्नान के साथ भगवान महाकाल के दर्शन करें। यही कारण है कि भगवान महाकाल की सवारी निकलने के दौरान शहर के श्रद्धालुओं के अलावा बड़ी संख्या में बाहर के श्रद्धालु मौजूद रहेगें।