MP; प्याज किसानों को केंद्र सरकार का बड़ा तोहफा; CM ने जताया आभार!

केंद्र सरकार ने किसानों के हित में प्याज के निर्यात शुल्क को 40 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत किया है। सरकार के इस निर्णय का सीधा लाभ देश एवं प्रदेश के किसानों को मिलेगा। मध्य प्रदेश में सिंचाई क्षमता बढ़ने से प्याज का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। निर्यात शुल्क घटाने से किसानों को उपज का बढ़ा हुआ मूल्य प्राप्त होगा।

शनिवार को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति इस निर्णय के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह किसानों के हित में फैसला है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के किसानों के हित में लिए गए एक अन्य निर्णय पर आभार मानते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तिलहन एवं खाद्यान्न तेलों पर बेसिक ड्यूटी बढ़ाने से सभी प्रकार के आइल (तेल) की मांग बढ़ेगी।

उन्होंने कहा कि सरसों, सूरजमुखी, मूंगफली, सोयाबीन आदि के आइल पर बेसिक ड्यूटी को 32 प्रतिशत किया गया है। सोयाबीन के उपार्जन के लिए समर्थन मूल्य चार हजार 892 किया गया है, जिसका लाभ भी किसानों को प्राप्त होगा।

सरकार का फैसला प्याज उत्पादक किसानों के लिए राहत लेकर आया है। केंद्र सरकार ने प्याज निर्यात पर शुल्क को 40 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया। इससे प्याज की कीमत पर असर हुआ है। गुरुवार की तुलना में शनिवार को प्याज के थोक भाव में 10 रु प्रति किलो की तेजी आई है।

बदनावर मंडी में बेहतर गुणवत्ता वाला प्याज 50 रु प्रति किलो तक बिका। गुरुवार को प्याज का दाम प्रति किलो 41 रु था। यह तेजी प्रदेश की अन्य मंडियों में भी देखी गई है। पिछले 20 से 25 दिनों से वैसे भी प्याज की कीमतों में तेजी बनी हुई थी। इस बार प्याज का रकबा बढ़ने की संभावना है।

वैसे तो बुधवार को प्याज के स्थिर भाव का पता चल पाएगा। रविवार व सोमवार को शासकीय अवकाश है। मंगलवार को गणेश विसर्जन होने से अधिकांश मंडियां बंद रहेगी। अब मंडी में बुधवार को कारोबार होगा। इधर शनिवार को निर्यात शुल्क कम करने का असर भाव में देखने को मिला। प्याज 4500 से 5000 रु प्रति क्विंटल बिका है।