MP/उज्जैन; बड़नगर रोड पर रेलवे ब्रिज का निर्माण फिर होगा शुरू!

बडनगर रोड पर रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर बन रहे ब्रिज की अपनी ही एक कहानी है। उज्जैन जिले का पहला ब्रिज है, जिसका पिछले 8 वर्षों से काम बंद था। अब जाकर फिर इस अधूरे ब्रिज निर्माण के लिए सेतु निगम द्वारा टेंडर निकाला गया है, जोकि एक कंपनी द्वारा ले लिया गया है। जल्द ही इस अधूरे ब्रिज के निर्माण का काम शुरू होगा।

उज्जैन के बड़नगर रोड सिंहस्थ मेला क्षेत्र में उज्जैन-बड़नगर मार्ग के रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जा रहे एलसी-23 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के अधूरे निर्माण को पूरे करने के लिए सेतु निगम ने नया टेंडर जारी किया है। इसमें ठेका कंपनी ब्रिज के बचे हुए काम को पूरा करेगी। निर्माण कार्यों के इतिहास में यह पहला ब्रिज है, जिसका निर्माण 8 साल के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। सिंहस्थ-2016 से शुरू हुआ निर्माण 2024 तक भी अधूरा है। अब ब्रिज के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए नया ठेका किया दिया जा रहा है।

सिंहस्थ को देखते हुए इस मार्ग पर बढ़ते ट्रैफिक लोड के चलते इस अधूरे ब्रिज के टेंडर को निकाला गया है। सेतु निगम ने वर्ष 2016-17 में अजय इंफोटेक प्रा लि गुजरात को करीब 23 करोड़ रुपए में ब्रिज निर्माण का ठेका दिया था, जोकि ब्रिज का निर्माण पूरा किए बगैर ही काम छोड़कर चली गई थी। कंपनी को सेतु निगम की ओर से बार-बार मौका दिया जाता रहा, लेकिन ठेका कंपनी ने कार्य पूर्ण करके नहीं दिया। गुजरात की ठेका कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद सेतु निगम को ब्रिज के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए दूसरी ठेका कंपनी को काम देना पड़ा, जिसने काम ही शुरू नहीं किया।

सेतु निगम के अफसर व इंजीनियर्स ठेका कंपनी से काम नहीं ले पाए। उस पर सख्ती नहीं बरत पाए। ऐसे में दो साल में होने वाला निर्माण आठ साल बाद भी अधूरा है। ठेका कंपनी पर कार्रवाई की बजाए बार-बार उसे मौका देते रहे और समयावधि बढ़ाते रहे। रेलवे क्राॅसिंग से करीब 50 से ज्यादा यात्री ट्रेन व मालगाड़ी गुजरती है। करीब 70 गांवों के लोगों का आवागमन आसान हो सकेगा। सिंहस्थ में रेलवे क्राॅसिंग बंद होने से श्रद्धालुओं को रुकना नहीं पड़ेगा। ब्रिज निर्माण होने से क्षेत्र का विकास हो सकेगा।