बिल भुगतान पर 25 प्रतिशत कमीशन की मांग; लोकायुक्त ने बाबू को 7 हजार लेते रंगे हाथों पकड़ा!

अशोकनगर: महिला बाल विकास विभाग के बाबू को लोकायुक्त टीम ने 7 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. विभाग के बाबू पर आरोप लगाया गया कि पोषण आहार में 4 माह के बिल भुगतान पर 25 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी, जिसे लेकर लोकायुक्त में इसकी शिकायत की गई थी.

महिला बाल विकास में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 अनिल कुमार पाठक को लोकायुक्त की टीम ने 7 हजार रु लेते हुए ट्रैप किया है. अनिल कुमार पर रिश्वत लेने के आरोप लगाते हुए बरखेड़ा जमाल गांव के जानकी स्व सहायता समूह के अध्यक्ष पति राम प्रसाद ने बताया, ” मेरी पत्नी सिया बाई के नाम से समूह है, जिसके भुगतान के बदले बाबू ने कुल राशि का 25 प्रतिशत रिश्वत के रूप में मांगा था. जिसकी दूसरी किस्त बुधवार को 7 हजार रु दिया जा रहा था. इससे पहले बाबू को 3 हजार दिया गया है.”

लोकायुक्त डीएसपी राघवेंद्र तोमर ने कहा, ” बंगला चौराहे निवासी राम प्रसाद अहिरवार ने शिकायत की थी कि, महिला बाल विकास विभाग में बच्चों के पोषण आहार वितरण का काम उनके द्वारा किया जाता है. इसके बिल भुगतान के बदले विभाग के बाबू सहायक ग्रेड 3 अनिल पाठक द्वारा 10 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी. जब बाबू को 7 हजार रुपए की किश्त देने पीड़ित पहुंचा तो हमारी टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया.”

दरअसल देखा जाए तो इस पूरी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है. यहां बच्चों को मिलने वाले भोजन में भी इस तरह पच्चीस प्रतिशत की रिश्वत मांगी जा रही है, तो अन्य मामलों का क्या हाल होगा.