सागर: हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर में लगी भीषण आग; लाखों के सामान का नुकसान!

मध्य प्रदेश के सागर के सबसे बड़े प्राईवेट हॉस्पिटल भाग्योदय तीर्थ हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर में भीषण आग लगने से अफरातफरी मच गई. ऑक्सीजन सिलेंडर धमाके के साथ फटते रहे. पूरे क्षेत्र में धुआं ही धुआं भर गया. हालांकि, गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन लाखों के सामान का नुकसान हो गया.
पुलिस प्रशासन ने फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पा लिया और एक बड़ा हादसा टल गया. सागर के इस निजी हॉस्पिटल परिसर में एक बड़ा धार्मिक आयोजन चल रहा है, जिसमें रोजाना हजारों श्रद्धालु जुड़ते हैं.
मेडिकल स्टोर में फटा ऑक्सीजन सिलेंडर
भाग्योदय तीर्थ हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर में शाम के वक्त अचानक आग लग गई. लोगों का कहना है कि यह आग ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से लगी है. देखते ही देखते 15-20 फीट ऊपर तक आग की लपटें उठने लगीं. धुएं का गुबार पूरे परिसर में छा गया.
वहां पर मौजूद लोगों ने आसपास खड़े लोगों को हटाया. इसके बाद तत्काल ही पुलिस को सूचना दे दी गई. मोती नगर पुलिस फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची. आर्मी की दमकल भी बुलाई गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यहां पर रह रहकर छोटे-छोटे धमाके भी हो रहे थे, जिससे बड़ा हादसा होने का खतरा था.
अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज और तीमारदार
अस्पताल परिसर में मरीजों और परिजनों की संख्या खूब थी. लगातार बढ़ती आग और धुंए के चलाते परिजन मरीजों को सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए नजर आए. भाग्योदय तीर्थ के वालंटियर, फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस के द्वारा आज को बुझाने की प्रयास किए गए करीब आधा घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है.
धार्मिक आयोजन भी चल रहा था
भाग्योदय तीर्थ क्षेत्र में इस समय हजारों लोगों का आना जाना हो रहा है. यहां पर जैन श्रीसंत सुधा सागर जी महाराज विराजमान हैं. उनके द्वारा शाम के समय जिज्ञासा समाधान किया जाता है, जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचते हैं. अस्पताल में भी हर तरह के मरीज और उनके परिजन यहां पर आते हैं. यह घटना भाग्योदय परिसर में जहां पर नए मंदिर का निर्माण किया जा रहा है उसके ठीक बाजू में हुई है.
मेडिकल स्टोर अस्पताल से बिल्कुल सामने बना है. जिस समय घटना हुई, उसके आसपास सैकड़ों लोग थे. गनीमत रही कि किसी भी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई. समय रहते आग पर काबू पा लिया गया. इस घटना के बाद हॉस्पिटल प्रबंधन ने सुचारू रूप से संचालन की बात कही है. इस दौरान सभी मरीज सुरक्षित रहे और भाग्योदय अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी, डॉक्टर सभी को सहायता कर रहे हैं.
