उज्जैन; महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर लाखों का घोटाला; जांच में जुटी पुलिस!

मध्य प्रदेश में स्थित महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन के नाम पर लाखों रुपयों के लेनदेन की खबर सामने आ रही है। इस मामले में मंदिर के दो कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उनके मोबाइल को जप्त किया गया है। पुलिस को उनके पास से लाखों रुपए के लेनदेन के रिकॉर्ड मिले हैं। मिली जानकारी के अनुसार यह रुपए भक्तों से नंदी हॉल और महाकाल की चौखट के दर्शन कराने के नाम पर लिए गए हैं।
उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भक्तों से वीआईपी दर्शन कराने के मामले में अवैध वसूली का मामला सामने आया है। इस ठगी में मंदिर के कर्मचारी, पुरोहित और सुरक्षा गार्ड शामिल पाए गए हैं। पुलिस और मंदिर प्रशासन ने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए गुरुवार को 6 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। 2 कर्मचारी राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे को महाकाल मंदिर थाना में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि प्रोटोकॉल दर्शन के नाम पर यूपी और गुजरात सहित अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं से 1100 से 2000 रुपए तक वसूल किए जा रहे थे।
गौरतलब है कि गुरुवार को उज्जैन कलेक्टर दर्शन को पहुंचे थे तो उन्होंने पाया था कि यहां श्रद्धालुओं को वीआईपी दर्शन के नाम पर 1100 और 2100 रुपये पुरोहित ले रहे हैं। मामले में पुरोहित और पुरोहित प्रतिनिधि के साथ चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार मंदिर के सफाई प्रभारी विनोद चौकसे और सभा मंडप प्रभारी राकेश श्रीवास्तव के बैंक खातों की जांच की गई, जिसमें लाखों रुपए के संदिग्ध ट्रांजैक्शन पाए गए। यह राशि मंदिर में सेवा के दौरान अवैध रूप से वसूली गई थी। दोनों कर्मचारियों के खिलाफ महाकाल थाने में धारा 318 (4) 316 (2) में केस दर्ज कर लिया हैं।
