रिश्वत लेते तहसील कार्यालय का लिपिक गिरफ्तार; उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा!

उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने रतलाम जिले के नामली तहसील कार्यालय में पदस्थ लिपिक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त निरीक्षक दीपक शेजवार ने बताया कि पलासिया ने पंचेड निवासी गणपत से नामांतरण के लिए रिश्वत मांगी थी। गणपत ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें बताया था कि टप्पा तहसील नामली में नायब तहसीलदार के रीडर प्रकाश पलासिया ने नामांतरण के एक प्रकरण में फरियादी के पक्ष में निर्णय करने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। लेकिन बाद में 40 हजार रुपए में मामला तय हुआ था। गणपत रिश्वत की रकम में से पहली किश्त के रूप में पांच हजार रुपए दे भी चुका था। शेष राशि देना बाकी थी। लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी गणपत की शिकायत पर मामले का सत्यापन करवाया जिसमें शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद लिपिक को ट्रैप करने की योजना बनाई गई।
योजना के मुताबिक गुरुवार को फरियादी गणपत विशेष रसायन लगे हुए 15 हजार रुपए के नोट लेकर तहसील कार्यालय पंहुचा। उसने प्रकाश पलासिया से कहा कि अभी उसके पास 15 हजार रुपए ही है इस पर लिपिक प्रकाश ने कहा कि ठीक है अभी पन्द्रह हजार दे दो, बाकी बाद में दे देना। योजना के मुताबिक गणपत ने तहसील कार्यालय पंहुच कर प्रकाश पलासिया को जैसे ही रिश्वत की रकम दी लोकायुक्त पुलिस के दल ने बाबू प्रकाश पलासिया को धर दबोचा। आरोपी प्रकाश पलासिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है।
