रक्षा राज्यमंत्री पहुंचे उज्जैन; विक्रम विश्वविद्यालय और 10 एमपी बटालियन के संयुक्त कार्यक्रम में हुए शामिल!

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केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय और 10 एमपी बटालियन के संयुक्त कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एनसीसी कैडेट्स की संख्या बढ़ाने के लक्ष्य की प्रशंसा की और कैडेट्स को अनुशासन और राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया। कार्यक्रम में 500 से अधिक कैडेट्स ने भाग लिया और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।

दस एमपी बटालियन के एनसीसी कैडेट्स से मिलने उज्जैन आए केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि एनसीसी कैडेट होना ही बहुत बड़ा बोध होता है। इसमें अनुशासन कूट कूटकर आता है। मंत्री ने कहा कि शुरू से एक पौध राष्ट्रप्रेम में आ जाता है। बच्चे कैसे आगे बढ़कर अपने जीवन में भारतीय फौज का हिस्सा बने, इस बारे में उन्होंने बच्चों से बात की।

विक्रम विश्वविद्यालय व 10 एमपी बटालियन के संयुक्त तत्वाधान में स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने मां सरस्वती का पूजन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के डिप्टी डायरेक्टेर ब्रिगेडियर रजनीश गौर, इंदौर ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सौरभ जैन व कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल विनीत कुमार की उपस्थिति में संपन्न हुआ। यहां मंत्री संजय सेठ ने बच्चों से एनसीसी कैडेट्स से मुलाकात की और ये जाना कि वे भविष्य में क्या बनना चाहते हैं। मंत्री सेठ ने यहां विजिटर्स डायरी में अपने विचार भी लिखे। इसके बाद मंच से कैडेट्स ने एक के बाद एक कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। जिसमें तलवारबाजी, गतका मार्शल आर्ट सहित कई करतब शामिल थे।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के डिप्टी डायरेक्टर ब्रिगेडियर रजनीश गौड़ ने बताया कि ये सैभाग्य की बात है कि केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री उज्जैन आए और उन्होंने एनसीसी कैडेट्स के साथ एक कार्यक्रम अटेंड किया और कैडेट्स को संबोधित करते हुए प्रेरणा दी। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में अब तक 1,05,468 कैडेट हुआ करते थे, 2025-26 के लिए पहले फैस में अप्रैल माह में 20 हजार कैडेट्स बढ़ाए जाएंगे। एमपी-सीजी के लिए हमारा लक्ष्य 60 हजार कैडेट्स बढ़ाना है। इसमें 40 फीसद स्थान गर्ल्स के लिए आरक्षित रहेगा।