इंदौर बीजेपी पार्षद जीतू को पार्टी ने किया निष्कासित!

इंदौर में भाजपा पार्षद के घर में घुसकर हमले के 8 दिन बाद पार्टी ने एमआईसी मेंबर जीतू यादव (जाटव) को बाहर निकाल दिया। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूरे विवाद को अशोभनीय बताते हुए एक्शन लिया है।
बता दें 3 जनवरी को 40-50 लोगों ने भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला किया था। कालरा के नाबालिग बेटे ने शुक्रवार को कोर्ट में दिए बयान में बताया कि गुंडों ने उसके प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई। उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य करने की बात कही।
नाबालिग ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आरोपियों ने गालियां देकर उसके साथ मारपीट की। उसका टॉवेल खींचा, अंडरवियर खींचकर निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया। प्राइवेट पार्ट को पकड़कर खींचा और कहा कि हम तुझे निपटाएंगे। सभी साथियों से कहा कि इससे अप्राकृतिक कृत्य करो। हमलावर जीतू के समर्थक बताए जा रहे हैं।
विवाद के बीच जीतू और कालरा की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ। इसमें जीतू ने कहा, संगठन जाए चूल्हे में। मैं अपनी जगह और संगठन अपनी जगह। घटना की शिकायत पार्षद कालरा ने पीएमओ और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट कर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इधर, मामले में मानवाधिकार आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से 3 हफ्ते में जांच रिपोर्ट मांगी है।
पार्टी से निष्कासन के पहले एमआईसी मेंबर जीतू यादव (जाटव) ने सोशल मीडिया में मैसेज कर पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही। जीतू यादव के सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में लिखा है-
मैं भाजपा का समर्पित और अनुशासित सिपाही हूं। मेरा, मेरे परिवार और अनुसूचित जाति के मेरे जाटव समाज का पार्टी से अटूट रिश्ता है। कुछ दिनों पहले इंदौर में पार्टी के एक साथी पार्षद के परिजनों के साथ हुई दुखद घटना में मेरा नाम घसीटकर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मैंने मामले में अपना पक्ष सभी तथ्यों के साथ माननीय शहर अध्यक्ष के समक्ष रखकर खुद आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी।
मान्यवर मैं ये नहीं चाहता कि मेरे कारण पार्टी को किसी असहज स्थिति का सामना करना पड़े। अतः इस पूरे प्रकरण में निर्दोष साबित होने तक मै पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और MIC से त्याग पत्र देता हूं। मुझे विश्वास है पार्टी मेरे साथ अन्याय नहीं होने देगी।
