MP; प्यार के झूठे जाल में फंसाकर किसान को किया ब्लेकमेल, 5 आरोपी गिरफ्तार!

मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र में एक किसान को बलात्कार का झूठा आरोप लगाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें से पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं, जबकि दो आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
मल्हारगढ़ थाना प्रभारी राजेंद्र पंवार ने बताया कि एक किसान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि लगभग दो माह पूर्व उसके मोबाइल पर एक अज्ञात महिला का कॉल आया था। उसने अपना नाम अर्चना, निवासी चल्दू बताया। अंजान नंबर से कॉल आने के कारण किसान ने पहले कॉल काट दिया, लेकिन अगले दिन फिर से महिला का कॉल आया और दोनों के बीच बातचीत होने लगी। धीरे-धीरे अर्चना से किसान की दोस्ती हो गई।
अर्चना ने 11 जनवरी 2025 को किसान से अपने प्रेम का इजहार किया और सांवरिया सेठ के दर्शन करने तथा रात किसी होटल में बिताने की इच्छा जताई। किसान ने इस पर सहमति दे दी। 12 जनवरी को दोपहर करीब 12:30 बजे अर्चना का कॉल आया, जिसमें उसने किसान को भाटखेड़ा फंटे पर बुलाया। जब किसान वहाँ पहुँचा तो अर्चना के साथ उसकी एक सहेली भी थी, जिसका नाम ममता बताया गया। अर्चना ने किसान को आश्वस्त किया कि ममता उनके बारे में सब कुछ जानती है और इससे कोई परेशानी नहीं होगी। इसके बाद किसान ने अपनी मोटरसाइकिल पर दोनों महिलाओं को बैठाया और सांवरिया सेठ के दर्शन के लिए निकल पड़े।
मंदिर में दर्शन करने के बाद तीनों ने एक होटल में भोजन किया और फिर वहीं एक कमरे में रुक गए। सुबह करीब 5 बजे किसान ने देखा कि ममता किसी को संदेश भेज रही थी। थोड़ी देर बाद वे लोग वापस लौटने के लिए निकले, लेकिन जब वे मंडफिया गांव के बाहर आवरी माता मंदिर के पास पहुँचे, तो तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी मोटरसाइकिल रोक ली। उनमें से एक ने किसान की कॉलर पकड़ ली और दूसरे ने उसका हाथ पकड़कर सवाल किया कि वह उनकी महिलाओं को लेकर कहाँ घूम रहा है। जब किसान ने बताया कि वे केवल दर्शन करने गए थे, तो उन व्यक्तियों ने अर्चना और ममता से पूछताछ की। इस पर दोनों महिलाओं ने आरोप लगाया कि किसान ने उन्हें जबरदस्ती मोटरसाइकिल पर बैठाया और होटल के कमरे में अर्चना के साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद उन तीनों व्यक्तियों ने किसान के साथ मारपीट की और उसे जबरदस्ती थाने ले जाने लगे। इतने में पड़ोस के गाँव का जयसिंह मोगिया वहाँ आ गया। वह किसान को जानता था, इसलिए उसने बीच-बचाव किया। जयसिंह ने उन तीनों व्यक्तियों से बातचीत की और समझौते की बात कही। आरोपियों ने पाँच लाख रुपये की माँग की। अपनी प्रतिष्ठा बचाने और झूठे आरोपों से बचने के लिए किसान ने पैसे देने की सहमति जताई। उसने फसल बेचकर और घर में रखे सोने-चाँदी के गहने गिरवी रखकर दो लाख रुपये चुकाए, जबकि तीन लाख रुपये पाँच दिन बाद देने का वादा किया।
बाद में किसान को संदेह हुआ और उसने जानकारी जुटाई तो पता चला कि अर्चना का असली नाम कान्ति बाई है और उसका पति दिनेश चौहान बर्डिया बरखेड़ा का रहने वाला है। दूसरी महिला ममता का असली नाम प्रियाबाई है और उसका पति गोविंद सोलंकी चंदवासा का निवासी है। तीसरा आरोपी बंशीलाल मेघवाल चंगेरी गाँव का रहने वाला है।
जयसिंह ने किसान पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और बाकी तीन लाख रुपये जल्द देने को कहा, अन्यथा बलात्कार का झूठा केस दर्ज कराने की धमकी दी। जयसिंह, गोविंद बावरी और बंशीलाल मेघवाल किसान के खेत पर पहुँचे और उसे धमकाया। यह पूरी साजिश पहले से रची गई थी, जिसमें अर्चना से पहले दोस्ती कराई गई और फिर उसे झूठे केस में फँसाकर ब्लैकमेल किया गया।
किसान की शिकायत पर पुलिस ने जयसिंह सोलंकी, गोविंद सोलंकी, ममता उर्फ प्रियाबाई, बंशीलाल मेघवाल, दिनेश चौहान और अर्चना उर्फ कान्तिबाई के खिलाफ मामला दर्ज किया। मल्हारगढ़ थाना प्रभारी राजेंद्र पंवार ने बताया कि पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। वहीं, गोविंद और प्रियाबाई अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
