MP/बैतूल; जीजा-साले मिलकर करते थे ऑनलाइन ठगी, अंतरराज्यीय गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार!

मध्य प्रदेश के बैतूल में एक व्यापारी के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गुजरात और राजस्थान से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में जीजा-साले भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, बैतूल कोतवाली थाना क्षेत्र के इटारसी रोड स्थित हार्डवेयर और जिप्सम बोर्ड की दुकान के संचालक दुर्गेश साहू के साथ ठगी की वारदात हुई। आरोपियों ने खुद को पीओपी जिप्सम बोर्ड का थोक डीलर बताकर व्यापारी को सस्ते दामों में माल देने का झांसा दिया। 15 दिन तक दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही, जिसके बाद सौदा तय हुआ।
आरोपियों ने व्हाट्सएप के जरिए बोर्ड के सैंपल और जानकारी भेजी, जिससे व्यापारी को विश्वास हो गया। इसके बाद उन्होंने अलग-अलग तीन बैंक खातों में चार दिन के भीतर 4 लाख 78 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने नकली बिल भेजा और दावा किया कि माल भेज दिया गया है। माल नहीं आने पर दो दिन बाद जब व्यापारी ने संपर्क किया तो उनके फोन बंद हो गए तब उसे ठगी का अहसास हुआ।
व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और तीनों आरोपियों को गुजरात और राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में विनोद प्रजापति (राजस्थान), जावरा राम बाचना (राजस्थान) और प्रवीण प्रजापति (गुजरात) का रहने वाला है। विनोद और प्रवीण आपस में जीजा-साले भी हैं।
कोतवाली थाना प्रभारी रविकांत डेहरिया ने बताया कि यह ठगी ‘कोसमी एजेंसी’ नाम की फर्जी कंपनी के जरिए की गई। आरोपियों ने पहले व्यापारी को भरोसे में लिया फिर उसे सस्ते दामों में माल देने का लालच देकर ठगी को अंजाम दिया। दुर्गेश साहू ने बताया कि उसे पीओपी जिप्सम बोर्ड खरीदने के लिए फोन आया था। आरोपियों ने खुद को थोक डीलर बताया और 15 दिनों की बातचीत के बाद सौदा तय हुआ। व्यापारी ने किस्तों में 4 लाख 78 हजार रुपये दिए, लेकिन बदले में उसे नकली बिल मिला और बाद में आरोपियों के मोबाइल बंद हो गए। फिलहाल पुलिस ने ठगों को गिरफ्तार किया है और पूछताछ की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह से बड़े खुलासे हो सकते हैं।
