सीआईआई मध्य प्रदेश के अध्यक्ष बने सिद्धार्थ सेठी!

सीआईआई मध्य प्रदेश राज्य वार्षिक सत्र 2025 नए नेतृत्व की घोषणा के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस सत्र के दौरान सिद्धार्थ सेठी को सीआईआई मध्य प्रदेश राज्य का अध्यक्ष घोषित किया गया, जबकि सिद्धार्थ चतुर्वेदी को वर्ष 2025-26 के लिए उपाध्यक्ष चुना गया।
सीआईआई के इस वार्षिक सत्र के दौरान, मध्य प्रदेश सरकार के औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने उद्योगपतियों को संबोधित किया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई नीतियों के बारे में विस्तार से बताया। सिंह ने उल्लेख किया कि मध्य प्रदेश पहला राज्य बन गया है जिसने जीसीसी नीति को लागू किया। इसके अलावा, एमएसएमई नीति में निवेश प्रोत्साहन को बढ़ाकर 83 करोड़ रुपये तक किया है, और निवेश प्रोत्साहन सीमा को बढ़ाकर 200 करोड़ रुपये तक कर दिया गया है।
राघवेंद्र कुमार सिंह ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए, विभिन्न नई नीतियों की झलकियां दीं और उद्योगपतियों से राज्य के विकास में योगदान बढ़ाने के लिए इन नीतियों का अधिकतम उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योगों के लिए एकल खिड़की प्रणाली जैसे तकनीकी समाधान प्रदान करने पर जोर दे रही है, जिससे व्यापार में आसानी और स्वीकृतियों में तेजी लाई जा सके। सरकार की यह पहल उद्योगपतियों को निवेश में आसानी देने और उनके व्यापार के विस्तार में मदद करेगी।
सीआईआई वार्षिक सत्र के बाद “वैश्विक मान्यता, स्थानीय प्रभाव: विकसित मध्य प्रदेश के लिए समावेशी विकास” विषय पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई। इस पैनल में विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों और उद्योगपतियों ने अपने विचार साझा किए। इसके बाद एक विशेष सत्र भी हुआ, जिसमें अभिनेता और प्रेरक वक्ता आशीष विद्यार्थी ने उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि “जब तक है सांस, करेंगे कुछ खास” और उन्हें अपने जुनून का पालन करने, हर पल जीने और अपने काम में अतिरिक्त प्रयास करने के महत्व के बारे में बताया। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के प्रमुख उद्योगपतियों, शिक्षाविदों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
