रीवा; पत्नी की जगह नौकरी करता रहा शातिर पति, जानें कैसे खुली पोल?

सांकेतिक तस्वीर
रीवा जिले की बहुचर्चित बाणसागर परियोजना में चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है, जहां कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नियुक्त महिला की जगह उसका पति वर्षों तक विभाग की आंखों में धूल झोंककर काम करता रहा। इतना ही नहीं, उसने विभाग को 55 लाख रुपये से अधिक का चूना भी लगा दिया।
दरअसल, मामला बाणसागर परियोजना के क्योंटी नहर संभाग से जुड़ा है। जहां, दुर्गेश गुप्ता को निविदा पद्धति के तहत कंप्यूटर ऑपरेटर नियुक्त किया गया था। नियुक्ति के बाद से दुर्गेश कार्यालय नहीं आई, उसकी जगह पति संतोष गुप्ता विभाग को अंधेरे में रखकर सालों से नौकरी कर रहा था। इस दौरान संतोष गुप्ता ने विभाग को लाखों की चपत लगा दी। उसने 2020 में दिवंगत कर्मचारी गिरीश कुमार मिश्रा के वेतन भुगतान में भी बड़ा घपला पाया गया। मिश्रा के नाम पर मात्र 1.6 लाख रुपये का बकाया वेतन था, लेकिन संतोष गुप्ता ने 35.53 लाख रुपए उनके खाते में डलवा दिए और बाद में उसे अपने निजी खाते में ट्रांसफर करवा लिया।
घोटाले की भनक लगने पर रीवा कलेक्टर ने जांच समिति गठित की। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद समान थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई। पुलिस ने संतोष गुप्ता और दुर्गेश गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
