उज्जैन; सामूहिक विवाह सम्मेलन में पहुंचे CM मोहन यादव, 70 से ज्यादा नवदम्पतियों को दिया आशीर्वाद!

उज्जैन जिले के दाउदखेड़ी में सामूहिक विवाह महोत्सव हुआ। कार्यक्रम में 70 जोड़ों का विवाह हुआ। इसमें आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि विवाह का आयोजन सामूहिक रूप से करने से मितव्ययिता आती है और वैवाहिक कार्यक्रम के लिए अनावश्यक कर्ज का बोझ नहीं होता है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में वधू को राशि रुपये 49,000 एवं सामूहिक विवाह आयोजनकर्ता निकाय को प्रति कन्या के मान से राशि रूपये 6000 प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देश/ प्रदेशवासियों को परशुराम जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री महाकाल महालोक कॉरिडोर की सौगात के बाद से उज्जैन ने विकास के नित नए आयाम स्थापित किए हैं। उज्जैन को धर्म और धार्मिक पर्यटन का मुख्य केन्द्र बनाया जा रहा है। धर्म ही समाज को एक सूत्र में पिरोता है। सामाजिक मूल्यों के अनुसार सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन समाज का अति महत्वपूर्ण भाग है। आज के समय में सामूहिक विवाह का आयोजन सामाजिक सुधार का महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण पाथेय न्यास अंतर्गत भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के स्थानों को धार्मिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जा रहा है। ग्रामीण अंचल में सड़क, सेतु और आधारभूत संरचनाओं का विकास कर ग्रामीण अंचल के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि कृषि विकास के नए आयाम स्थापित करने सभी संभागों में कृषि मेले आयोजित किए जाएंगे। इसी क्रम में इंदौर-उज्जैन संभाग का 3 मई को मंदसौर के सीतामऊ में कृषि मेला आयोजित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि त्रिकालदर्शी महामृत्युंजय बाबा श्री महाकाल को दंडवत प्रणाम। मोक्षदायिका उज्जयिनी की पावन धरा को अपने आशीर्वाद से सींचने वाली मइया हरिसिद्धी, मां गढ़कालिका, माता चामुंडा और मइया क्षिप्रा को नमन। आज का दिन बड़ा ही शुभ है, आज अक्षय तृतीया है। इस पुण्य अवसर पर आज प्रदेश भर में सामूहिक विवाह कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। एक समय था जब परिवार की कन्याओं का विवाह कराने के लिए माता-पिता कर्ज में डूब जाया करते थे। बेटी के जन्म के साथ ही उसकी शादी की चिंता सताने लगती थी, लेकिन अब सरकार बेटियों का कन्यादान कर रही है।
माता-पिता अब बेटियों के जन्म पर उदास नहीं होते, बधाई गीत गाते हैं। निर्धन परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह / निकाह योजना एक वरदान साबित हुई है। सामूहिक विवाह आज समाज में परिवर्तन का माध्यम बन रहे हैं, इन आयोजनों के माध्यम से समाज में समरसता और अपनत्व की भावना भी बढ़ रही है। अक्षय तृतीया को संपन्न हो रहे सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 70 नवदंपति जो विवाह के बंधन में बंध रहे है,उन सभी जोड़ों को बधाई एवं ढेर सारा आशीर्वाद। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ यादव ने सभी नवदंपतियों से चर्चा की और उन्हें उनके उज्जवल भविष्य की मंगलकामनाएं दी।
