उज्जैन; सिंहस्थ में बिजली व्यवस्था के लिए 62 करोड़ की लागत से बनेंगे चार नए ग्रिड; जमीन के अंदर बिछेंगे तार!

उज्जैन में बिजली समस्या खत्म करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। यहां सिंहस्थ 2028 का आयोजन होना है जिसमें बिजली व्यवस्था के लिए करोड़ों के काम किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत शहर में 4 नए ग्रिड बनेंगे, नई बिजली लाइनें डलेंगी और भूमिगत केबल का काम भी किया जाएगा।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सिंहस्थ 2028 की तैयारी में जुट गई है। इसके तहत ग्रिड बनाने, नई बिजली लाइनें डालने से लेकर भूमिगत केबल तक के काम किए जाएंगे​ जिसके 62 करोड़ रुपए की मंजूरी भी मिल गई है। वृत्त स्तर पर इन कामों की तैयारी भी प्रारंभ कर दी गई है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि सिंहस्थ के लिए होने जा रहे नए विद्युत कार्यों से सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही उज्जैन शहर और उज्जैन ग्रामीण के बिजली उपभोक्ताओं को भी सुविधा होगी और कम वोल्टेज की शिकायत नहीं रहेगी।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि उज्जैन और आसपास 33/11 केवी के 4 अत्याधुनिक बिजली ग्रिड बनाए जाएंगे। नानाखेड़ा इंदौर रोड स्टेडियम के पास, चारधाम मंदिर महाकाल लोक के पास, सदावल उज्जरखेड़ा हनुमान मंदिर के पास और वाल्मीकि धाम क्षेत्र में करीब 30 करोड़ की लागत से ये ग्रिड बनेंगे।
इसी तरह 11 केवी लाइन और इंटर कनेक्शन व नवीन उपकेंद्र से संबंधित 80 किलोमीटर लाइनों का काम किया जाएगा। 18 करोड़ 36 लाख रूपए की लागत से ये काम होंगे। 33 केवी लाइन एवं इंटर कनेक्शन, नवीन उपकेंद्र से संबंधित 10 किलोमीटर लाइन का कार्य के लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
प्रबंध निदेशक के अनुसार इसी के साथ ही सिंहस्थ की तैयारी के लिए मंजूर बजट से ओंकारेश्वर में भूमिगत केबल लगाने का कार्य होगा। इस काम पर 10 करोड़ का खर्च आएगा।