विधानसभा में शराब बॉटल्स की माला लटकाकर पहुंचे विधायक, नेता प्रतिपक्ष चाय की केतली लेकर घूमे!

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भोपाल : विधानसभा में अपनी बात उठाने और सरकार का विरोध जताने के लिए कांग्रेस विधायक अनोखे तरीके अपना रहे हैं. प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार चाय की केतली लेकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने हर साल 2 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ. वहीं, कांग्रेस विधायक महेश परमार इंदौर में हुए शराब घोटाले के विरोध में शराब की बोतल की माला पहनकर विधानसभा पहुंच गए.

शराब की बोतल की माला ना बन जाए आफत

कांग्रेस विधायक महेश परमार शराब की बोतलों की माला पहनकर विधानसभा पहुंचे. माला पहनकर उन्होंने विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने सरकार द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर विरोध जताया. ये अलग बात ये है कि इस अनोखे विरोध प्रदर्शन के बाद उन पर कार्रवाई हो सकती है.
विधायक महेश परमार ने कहा कि 10 साल पहले इंदौर में हुए शराब घोटाले के मामले में सरकार ने आज तक कार्रवाई नहीं की. इसको लेकर उन्होंने विधानसभा में एक दिन पहले ध्यान आकर्षण लगाया था. इसमें सरकार ने माना कि इंदौर शराब घोटाले में करीब 100 करोड़ का घोटाला हुआ है. इतने साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. मजबूरन मुझे इसका विरोध जताने शराब की बोतल की माला पहनकर आना पड़ा.

विधानसभा में इंदौर का शराब घोटाला गूंजा

कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि जब दिल्ली में हुए शराब घोटाले मामले में केंद्र सरकार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर सकती है तो फिर इंदौर का शराब घोटाला उससे कई गुना बड़ा है. आखिर इस मामले में केंद्र सरकार द्वारा कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही. वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने विधानसभा परिसर में शराब की बोतल लाकर प्रदर्शन करने को नियम प्रक्रिया के खिलाफ बताया है. उन्होंने कहा “इस मामले में विधायक पर कार्रवाई हो सकती है.”

नेता प्रतिपक्ष ने चाय बनाई, सबको बुलाकर पिलाई

वहीं, मध्य प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार चाय की केतली लेकर विधानसभा पहुंचे.नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगारने आरोप लगाया प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि मध्य प्रदेश में हर साल 2 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा लेकिन यह दावे खोखले साबित हो रहे हैं. मध्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए चाय बनानी पड़ रही है. प्रदेश में पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार सड़क पर घूम रहे हैं और सरकार सिर्फ झूठे दावे कर रही है.