MP; अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया विचाराधीन कैदी, बाथरूम में मिला मृत, जाँच में जुटी पुलिस!

इंदौरः केंद्रीय जेल में सजा काट रहे कैदी महेंद्र प्रजापत ने गुरुवार के दिन एमवाय अस्पताल के कैदी वार्ड के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महेंद्र पिछले कई महीनों से हर्निया की बीमारी से जूझ रहा था और मानसिक रूप से तनाव में था। कैदी के सुसाइड का पता चलते ही पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला महेंद्र प्रजापत इंदौर के राऊ थाना क्षेत्र में दर्ज मामलों के तहत जेल में बंद था। उसे हर्निया की गंभीर समस्या होने पर इलाज के लिए एमवाय अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती किया गया था। गुरुवार को वह गार्ड को बताकर बाथरूम गया और वहीं अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
कुछ देर बाद जब दूसरा कैदी बाथरूम गया तो उसने महेंद्र को फांसी पर लटका देखा। उसने इसकी जानकारी गार्ड को दी। इसके बाद अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा। घटना की सूचना मिलने पर संयोगितागंज थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। उनको शव के पास युवक का सुसाइड नोट पड़ा था।
महेंद्र के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने लिखा, ‘मैं अपनी मर्जी से जान दे रहा हूं। मैंने ऐसा काम किया है कि मुझे जीने का हक नहीं है।’ इस नोट में उसने अपनी पत्नी का मोबाइल नंबर भी लिखा और उसे घटना की जानकारी देने को कहा।
मामले की जांच में जुटी इंदौर पुलिस ने बताया कि एक हफ्ते पहले कैदी को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृतक महेंद्र प्रजापत रेप केस के आरोप में जेल में बंद था। तबीयत खराब होने पर उसे एमवाय हॉस्पिटल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के अधिकारी पहुंचे पर मौके जांच में जुट गई है।
