उज्जैन; SSC GD कांस्टेबल परीक्षा में धरा गया मुन्नाभाई, 50 हजार में तय हुआ था सौदा, असली-नकली दोनों गिरफ्तार!

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उज्जैन; स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एसएससी) जीडी कांस्टेबल परीक्षा के दौरान एक फर्जी छात्र पकड़ में आया। इंदौर का आरोपी छात्र बालाघाट के एक युवक की जगह परीक्षा में बैठा था, जबकि असली परीर्क्षी केंद्र के बाहर ही खड़ा था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया।

एप्लीकेशन फॉर्म में लगे फोटो से पकड़ाया मामला

चिंतामण थाना पुलिस ने बताया कि एसएससी जीडी कांस्टेबल परीक्षा के लिए प्रशांति कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था। सुबह जब परीक्षा शुरू हुई तो उसमें 28 वर्षीय धीरज पिता ज्ञानेंद्र तिवारी निवासी बालाघाट (हाल मुकाम ग्वालियर) के स्थान पर 24 वर्षीय रवि पिता सुखराम मंडलोई निवासी भागीरथपुरा इंदौर परीक्षा देने पहुंच गया। परीक्षा केंद्र पर एप्लीकेशन फॉर्म में लगे फोटो से उसका चेहरा मिलाया गया तो ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को शक हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रवि से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह धीरज की जगह परीक्षा देने आया है और धीरज परीक्षा केंद्र के बाहर ही खड़ा है। इसके बाद पुलिस ने परीक्षा केंद्र के बाहर से धीरज को भी गिरफ्तार कर लिया।

इन धाराओं में दर्ज किया प्रकरण

मामले में चिंतामण थाना पुलिस ने विजयकुमार पिता विष्णुप्रसाद सोनी निवासी शाजापुर की शिकायत पर आरोपी धीरज तिवारी और रवि मंडलोई के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 319(2), 3(5) के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

पहली बार फर्जी छात्र बनकर बैठा  

पुलिस की पूछताछ में धीरज और रवि ने बताया कि दोनों पिछले करीब एक साल से संपर्क में थे। धीरज ने अपने स्थान पर रवि को परीक्षा देने के लिए 50 हजार रुपए देने की बात कही थी। धीरज ने रवि को पांच हजार रुपए एडवांस दिए थे और बाकी रुपए परीक्षा के बाद देने को कहा था। पुलिस ने रवि के पास से एडवांस दिए गए 5 हजार रुपए भी जब्त किए हैं। रवि ने पुलिस को बताया कि रुपयों के लालच में वह पहली बार ही फर्जी छात्र बनकर परीक्षा में बैठा था।